रमन गए , रानी गयी और गए शिवराज।
ऐसे ही यदि चले तो, जाएगा मोदी राज।।
वादाखिलाफी के चलते, दिखा है जनाक्रोश।
पप्पू का करिश्मा नहीं, यह फेकूँ का दोष।।
कथनी करनी में जब भी, अंतर हुआ महान।
धरती पर हरदम गिरे, जो उड़े बहुत आसमान।।
14 वाले संकल्प पत्र को, करिये फिर से याद।
पूरा करेंगे तभी उन्नीस में,जनता सुनेगी फरियाद।।
कहें देहाती जनता को बनाओ मत अब उल्लू।
समझदार हर वोटर है, लो बाबाजी का ठुल्लु।।