बाबा गोरखनाथ की कृपा से गोरखपुर जंकशन खाक होने से बच गया। प्लेटफार्म नंबर छह -सात के बीच लाइन नंबर 11 पर एक बोगी में आग लग गयी। बोगी धू -धू कर के जलने लगी। सुरछा में केवल यात्री , कुछ कर्मचारी और आरपीएफ के जवान दिखे। अधिकारियो के कम ही दरसन हुए। बगल की लाईन नबर 13 पर पेट्रोलियम भरे 60 टेंकरो में यदि आग पकड़ ली होती तो गोरखपुर का एक बड़ा हिस्सा भस्म हो गया होता। घटना के कारणो का पता नहीं लग पाया है। रेलवे परामर्श दात्री समिति के सदस्य होने के नाते हम घटना की उच्च स्तरीय जांच कि मांग करते है और सँरछा के लिए दोषी अधिकारियो पर कठोर कारवाई की मांग करते है।
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