है। अपनी उपज को बेचने में किसान को इतने पसीने बहाने पड़ रहे हैं, जितने उगाने से कटाने तक नहीं बहे। सरकार ने गेहूं खरीद केन्द्रों पर बहुत से नियम बनाए हैं। नियमों को ताक पर रखकर खरीद हो रही है। अपनी उपज का दाम लेने में किसानों को एड़ी-चोटी का दम लगाना पड़ रहा है। तौल के बाद कहीं चेक के लिए परेशान तो कहीं चेक के भुगतान के लिए बैकों का चक्कर। हकीकत यह है कि किसानों का सोना बेचने का रोना। गेहूं क्रय केन्द्रों का नियम यह है कि खरीद के तुरन्त बाद केन्द्र प्रभारी किसान को एकाउंटपेई चेक दे दें। अगले दिन किसान बैंक में चेक देकर भुगतान ले लें। नियमों की अनदेखी का आलम यह है कि गोरखपुर, बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, कुशीनगर व देवरिया में ज्यादातर किसानों को बहुत पापड़ बेलने के बाद भी 15 दिन पहले बेचे गये गेहूं का भुगतान नहीं मिल सका है। मध्य प्रदेश के किसानों को वहां की सरकार प्रति ुकुन्तल सौ रुपये बोनस दे रही है। लेकिन उत्तर प्रदेश के किसानों को बोनस नहीं मिल रहा है। ऊपर से कई जगहों पर नमी के नाम पर प्रति कुन्तल पांच किलोग्राम की कटौती की शिकायत आयी है। गेहूं क्रय केन्द्रों पर गड़बड़ी की लगातार शिकायतों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने छापामारी का निर्देश दिया है। प्रमुख सचिव, सचिव, जिलाधिकारी स्तर के अफसरों को मंगलवार को सघन छापेमारी का निदर्ेेश दिया गया है। गेहूं खरीद का लक्ष्य गोरखपुर जनपद के लिए 79.674 हजार मी.टन रखा गया है। अप्रैल 30 तक 18.484 हजार मी.टन खरीद हो चुकी है। किसानों को खरीद के दिन ही चेक न देने पर पीसीएफ, राज्य कर्मचारी कल्याण निगम, नैफेड को सख्त हिदायत दी गयी है किसानों को समय से चेक दे दें। जून तक शतप्रतिशत खरीददारी के लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश शासन स्तर से मिला है। अप्रैल माह के अंतिम दिन तक संतकबीर नगर में 4768 मीट्रिक टन, सिद्धार्थनगर में 5771 मीट्रिक टन, बस्ती में 6589 मीट्रिक टन की खरीद हो चुकी है। बस्ती मंडल में विभिन्न खरीद एजेंसियों पर किसानों का 3.61 करोड़ रुपया बकाया चल रहा है। बस्ती की जिलाधिकारी एस मथुशालिनी ने शासन की मंशा के अनुरूप सभी क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद करने का कड़ा निर्देश भले ही दिया है मगर तमाम क्रय केंद्रों पर किसान विगत दो-तीन दिनों से ट्रैक्टर-ट्राली पर गेहूं लाद कर तौल का इंतजार कर रहे हैं। कुशीनगर में क्रय केंद्रों की हालत खस्ता है। केंद्रों पर केवल बैनर लहरा रहे हैं। सोमवार को एआर कोआपरेटिव सतीश चंद्र मिश्रा ने जिले के आठ केंद्रों का निरीक्षण किया। हाटा तहसील में पड़री व कोहरौली के केंद्रों पर केवल बैनर लटक रहे थे, किसानों ने बताया कि यहां कोई कर्मचारी नहीं है, उन्होंने तत्काल प्रभाव से दोनों प्रभारियों को निलंबित कर दिया। देवरिया में 18118 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। महराजगंज के शाहाबाद स्थित सहकारी समिति पर बनाये गये गेहूं क्रय केन्द्र पर किसानों द्वारा वहां के सचिव के सम्बन्ध में काफी शिकायते प्रकाश में आईं हैं। वहां किसानों से प्रति कुन्तल 135 रुपया अतिरिक्त कमीशन देने के बाद ही उनका गेहूं तौला जा रहा है। किसानों की शिकायत पर भाजपा के विधायक बजरंग बहादुर सिंह ने मंगलवार को वहां पहुंच कर स्थिति की जानकारी ली, तथा जिलाधिकारी को मामले से अवगत कराया। - राष्ट्रीय सहारा ने मेरी यह खबर 2 मई 2012 को प्रकाशित की . |
गुरुवार, 3 मई 2012
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