मंगलवार, 17 दिसंबर 2013

रेलवे परामर्शदात्री समिति ने मंगलवार को आयोजित बैठक में स्टेशन की बदहाल व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की।

रेलवे परामर्शदात्री समिति ने मंगलवार को आयोजित बैठक में स्टेशन की बदहाल व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की। बैठक से पहले समिति के सदस्यों ने प्रथम श्रेणी गेट पर पसरी गंदगी और वीआइपी गेट के सामने स्थित प्री पेड बूथ की समस्याओं को न सिर्फ दिखाया बल्कि आने वाली मुश्किलों का भी एहसास कराया।1 रेल प्रशासन ने समस्याओं को जाना और यात्री सुविधाओं को और बेहतर बनाने का आश्वासन दिया। दिन के 3 बजे से एसी लाउंज में एरिया मैनेजर जेपी सिंह की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई। सदस्यों ने बताया कि प्रथम श्रेणी गेट के दोनों तरफ मल-मूत्र बहता रहता है। स्टेशन परिसर में घुसते ही सड़ांध यात्री के मन को खराब कर देती है। जबकि, यहां 1366.44 मीटर विश्व का सबसे लंबा प्लेटफार्म तैयार हो चुका है। इसके चलते गोरखपुर भी विश्व पटल पर छा गया है। इसके बाद भी यह हाल है। स्टेशन प्रशासन की उदासीनता का आलम यह है कि प्रीपेड टैक्सी बूथ को प्रीपेड थाना में बदल दिया गया है। इसके अलावा ओवरब्रिज से होकर प्लेटफार्म नंबर 1 से 9 तक पार्सल ले जाने पर लगने वाले जाम की समस्या के बारे में भी रेल प्रशासन को अवगत कराया। समिति ने पुरानी मांगों को भी दोहराया। जिसे आश्वासन के बाद भी रेल प्रशासन ने पूरा नहीं किया। एरिया मैनेजर ने यात्री सुविधाओं को और बेहतर करने तथा मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया। बैठक में नर्वदेश्वर पांडेय देहाती, प्रो. श्री प्रकाश मणि त्रिपाठी, श्रीमती बंदना गुप्ता, बलबीर सिंह, अशोक कुमार अग्रवाल, संजय सिंह आदि समिति के सदस्यों के अलावा डीसीआइ एके सुमन, सीटीआइ मकसूद आलम, मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक योगेंद्र सिंह, आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार व मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक शशिकांत आदि मौजूद थे। 1जागरण संवाददाता, गोरखपुर : रेलवे परामर्शदात्री समिति ने मंगलवार को आयोजित बैठक में स्टेशन की बदहाल व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की। बैठक से पहले समिति के सदस्यों ने प्रथम श्रेणी गेट पर पसरी गंदगी और वीआइपी गेट के सामने स्थित प्री पेड बूथ की समस्याओं को न सिर्फ दिखाया बल्कि आने वाली मुश्किलों का भी एहसास कराया।1 रेल प्रशासन ने समस्याओं को जाना और यात्री सुविधाओं को और बेहतर बनाने का आश्वासन दिया। दिन के 3 बजे से एसी लाउंज में एरिया मैनेजर जेपी सिंह की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई। सदस्यों ने बताया कि प्रथम श्रेणी गेट के दोनों तरफ मल-मूत्र बहता रहता है। स्टेशन परिसर में घुसते ही सड़ांध यात्री के मन को खराब कर देती है। जबकि, यहां 1366.44 मीटर विश्व का सबसे लंबा प्लेटफार्म तैयार हो चुका है। इसके चलते गोरखपुर भी विश्व पटल पर छा गया है। इसके बाद भी यह हाल है। स्टेशन प्रशासन की उदासीनता का आलम यह है कि प्रीपेड टैक्सी बूथ को प्रीपेड थाना में बदल दिया गया है। इसके अलावा ओवरब्रिज से होकर प्लेटफार्म नंबर 1 से 9 तक पार्सल ले जाने पर लगने वाले जाम की समस्या के बारे में भी रेल प्रशासन को अवगत कराया। समिति ने पुरानी मांगों को भी दोहराया। जिसे आश्वासन के बाद भी रेल प्रशासन ने पूरा नहीं किया। एरिया मैनेजर ने यात्री सुविधाओं को और बेहतर करने तथा मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया। बैठक में नर्वदेश्वर पांडेय देहाती, प्रो. श्री प्रकाश मणि त्रिपाठी, श्रीमती बंदना गुप्ता, बलबीर सिंह, अशोक कुमार अग्रवाल, संजय सिंह आदि समिति के सदस्यों के अलावा डीसीआइ एके सुमन, सीटीआइ मकसूद आलम, मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक योगेंद्र सिंह, आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार व मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक शशिकांत आदि मौजूद थे।

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