गोरखपुर (एसएनबी)। अभी कुछ दिन पहले तक जहां दुर्गध उठती थी, गंदगी तैरती थी रेलवे ने उक्त स्थल को सुरम्य बना दिया। गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्रथम श्रेणी गेट से आने-जाने वाले यात्रियों को प्रतिदिन इस दुर्गध और गंदगी का सामना करना पड़ता था। गत 17 दिसंबर को क्षेत्रीय प्रबंधक जेपी सिंह की अध्यक्षता में हुई रेलवे परामर्शदात्री समिति की बैठक में भी गंदगी का मुद्दा उठा था। रेल प्रशासन ने पहले तो गंदगी फैलाने वाले लोगों पर अर्थदंड की कार्रवाई की, जिससे गंदगी कम हुई। अब प्रथम श्रेणी के प्रवेश द्वार को सुंदर व सुरम्य बना दिया गया। रेल प्रशासन ने उक्त स्थल पर तीन ब्रेंच स्थापित कर दिये जहां यात्री बैठ रहे हैं। प्रवेश द्वार के बाहर जालीदार गमले बनाये गये हैं जिनमें अब फूल-पत्तियां लगायीं जा रहीं हैं। प्रवेश द्वार पर एक पुलिसकर्मी की तैनाती की गयी है जो गंदगी फैलाने वाले लोगों पर नजर रख रहा है। जो लोग अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं उन्हें रेल प्रशासन अर्थ दंड भी लगा रहा है। गौरतलब है कि बैठक में परामर्शदात्री समिति के सदस्यों ने अफसोस जताया था कि विश्व के मानचित्र सबसे लंबा प्लेटफार्म बनकर गोरखपुर ने जो गौरव प्राप्त किया उसे यहां की गंदगी धूमिल कर रही है। गंदगी के मुद्दे पर सभी सदस्यों की राय पर अध्यक्षता कर रहे क्षेत्रीय प्रबंधक जेपी सिंह सदस्यों के साथ एसी लाउंज से प्रथम श्रेणी गेट तक पैदल चलकर गये थे और देखकर दंग रह गये कि प्रवेश द्वार के दोनों तरफ लोग मूत्रत्याग कर रहे हैं और उससे दुर्गध उठ रही है। उन्होंने सदस्यों को आश्वस्त किया था कि शीघ्र ही प्रवेश द्वार सुंदर व दुर्गधमुक्त दिखेगा। रेल प्रशासन के प्रयास को धरातल पर देखने पर परामर्शदात्री समिति के प्रो. श्री प्रकाश मणि त्रिपाठी, नर्वदेश्वर पांडेय देहाती ने क्षेत्रीय प्रबंधक को बधायी दी है और बैठक में उठाये गये अन्य मुद्दों पर भी प्रभावी कदम उठाने की सिफारिश की है।
- the report is published in rashtriy sahara gorakhpur on 3 january 14
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